Sad Radha Krishna shayari

कर्तव्य पथ पर जाते-जाते केशव गये थे रूक, देख दशा राधा रानी, ब्रम्हा भी गये थे झुक।

राधा कहती है दुनियावालों से !! तुम्हारे और मेरे प्यार में बस इतना अंतर है !! प्यार में पड़कर तुमने अपना सबकुछ खो दिया !! और मैंने खुद को खोकर सबकुछ पा लिया !!

मोहब्बत की भी देखो कैसी अजब सी कहानी है ज़हर पीया था मीरा ने दुनिया राधा की दीवानी है..

आते हो चले जाते हो मेरे पास तुम रुकते कहां हो कान्हा मुझे बता दो पता मैं रहूंगी वहीं तुम रुकते जहां हो कान्हा

हे कान्हा अब ज़िन्दगी चाहे कितने भी पल की मिले बस दुआ है तुम्हारे साथ मिले।

किस मुकाम पे ले आया है यह प्रेम मुझे राधे तुम्हे पाया भी नहीं जाता और बुलाया भी नहीं जाता।

आज मोहे दर्शन से कर दो निहाल.. आओ आओ आओ आओ यशोदा के लाल !!

प्यार में आंखों से आंसू निकलना बड़ा ही भाग्य होता है, राधा कृष्ण जैसा सच्चा प्रेम पाना सौभाग्य होता है।

रंग बदलती दुनिया देखी, देखा जग व्यवहार,  दिल टूटा तब मन को भाया ठाकुर तेरा दरबार।