arz kiya hai shayari, अर्ज़ किया है, Arz kiya hai shayari on life, अर्ज किया है जोक्स, इस पोस्ट में इनक्लूड किया गया है।
शायरी मुझे लगता है बेहरतरीन तारिका का किसी तक अपने दिल की बात को पहचानने का, जो फनी भी हो और सामने वाले तक आपके मन की बात का पता भी चल जाए।
मुझसे उम्मीद है आप सभी को अर्ज़ किया है शायरी बहुत पसंद आएंगे और इसमें अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।
Shayari Arz kiya hai
अर्ज किया है…
तेरे चेहरे पर उदासी, आँखों में नमी है,
तेरे चेहरे पर उदासी, आँखों में नमी है,
टाटा नमक इस्तेमाल करो,
क्योंकि तुम में आयोडीन की कमी है।
अर्ज़ किया है बस नज़रों से देखा होता अगर तमन्ना थी डरने की, हम यूं ही बेहोश हो जाते।
अर्ज किया है… ना इश्क करो झूठा, ना प्यार करो फर्जी, ना इश्क़ करो झूठा, ना प्यार करो फर्जी, आगे नही बताऊंगा, मेरी शायरी मेरी मर्जी
अर्ज किया है…! यूं ना किसी के दिल से खेलो….. रिप्लाई नहीं देना है तो फोन बेच कर रेडियो ही ले लो
अर्ज किया है …. गए दिन के तनहा था मैं अंजुमन में यहां अब मेरे राज़दाँ और भी हैं सितारों से आगे जहां और भी हैं अभी इश्क़ के इम्तिहाँ और भी हैं – “इक़बाल “
अर्ज किया है
दिल की बात दिल में ना रखिये जनाब बता दीजिए
अभी मौका है दो दिलों के बीच की दीवार हटा दीजिएअर्ज़ किया है…… उनकी गली से गुज़रे तो उनका चहेरा नज़र आया वाह वाह..! सका बाप बहार आ कर बोला- हाथ जोड़ी तोड़ दूंगा जो दोबारा नजर आया..!
अर्ज़ किया है आँखों में नामी थी, और विटामिन की कमी थी.. वाह! वाह! जिस से रात भर चैटिंग की वो गर्ल फ्रेंड की मम्मी थी…….!
अर्ज किया है …. सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगी तुम आये तो इस रात की औकात बनेगी – “जाँ निसार अख्तर “
अर्ज़ किया है, यारों ! कि
मैं नहीं लिखता जमाने के लिए
मैं शायरी लिखता हूं सिर्फ तेरी एक लाइक पाने के लिए ये दिल ना किसी का अर्ज करता है नाही जिक्र ना किसीको दर्ज और ”नाही” किसी की फ़िक्र..arz kiya hai shayari
अर्ज किया है …. बज़्म में आओ किसी दिन कर के तुम सोलह सिंगार इक क़यामत वक़्त से पहले भी आना चाहिए- “मुराद लखनवी”
अर्ज़ किया है, यारों ! कि
दो और दो चार होते हैं
तुम्हारी आँखों से निकले तीर
सीधे दिल के पार होते हैं
अर्ज़ किया है…
शमा परवाने से कुछ कह रही है,
शमा परवाने से कुछ कह रही है,
डार्लिंग जरा अपना रुमाल देना,
मेरी नाक बहुत बह रही है!
अर्ज़ किया है… बैठा कर गर्लफ्रेंड की जुल्फों के साए में ऐसा जोश आया… वाह वाह, वाह … बैठक कर गर्लफ्रेंड की साए में ऐसा जोश आया… कि उसके पापा ने देखा लिया और आईसीयू में होश आया…
अर्ज़ किया है…
कोई गम नहीं मगर दिल बहुत उदास है,
तुझ से कोई रिश्ता नहीं फिर भी एहसास है,
कहने को बहुत अपने हैं मगर एक तू खास है,
इमोशनल मत होना ऊपर लिखा सब बकवास है।
अर्ज़ किया है…
तेरे प्यार ने मुझे ऐसा प्यासा बनाया,
तेरे प्यार ने मुझे ऐसा प्यासा बनाया,
तू दो मिनट रुक मैं अभी पानी पाई के आया!
अर्ज किया है …. हमको मिटा सके यह ज़माने में दम नहीं हमसे ज़माना खुद है ज़माने से हम नहीं – “जिगर मुरादाबादी”
अर्ज किया है…
वो तुम्हें Dp दिखाकर गुमराह करेगी,
मगर तुम आधार कार्ड पर अड़े रहना।अर्ज किया हैकभी नींद खो जाती है तो कभी अपनेबताओ कैसे सोये हम फिर से कैसे देखें सपनेअर्ज किया है …. हज़ारों साल नरगिस अपनी बेनूरी पे रोती है बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदावर पैदा- “इक़बाल “
Arz kiya shayari on life
अर्ज किया है दिल किसी को दिया नही करते
और अगर दे देते हो तो वापिस लिया नही करते
अर्ज किया है
इस दिल को समझाने में दिमाग की भी मती जाती मारी हैं
क्युंकि ये वही मोहब्बत है जनाब जिसके आगे पूरी दुनिया हारी हैअर्ज किया हैअब तो ”दिल” का हर दर्द हम सह लेंगेझाड़ू पोछा के साथ बर्तन भी धो लेंगे।अर्ज किया है …. उम्मीदों की बारात आई है, चाँद तारों को साथ लाई है, आपकी मुहब्बत, हमको महफ़िल में खींच लाई है
अर्ज़ किया है !
दफा करो मोहब्बत को,
आओ चाय पीते है !!
अर्ज़ किया है….. तुम्हारी शायरी बड़ी है फाइरी, तुम्हारी शायरी बड़ी है फाइरी, दिल करता है जल जाये तुम्हारी शायरी वाली डायरी।
अर्ज़ किया है…..आपके आने से फूल गिर जाते हैआपके आने से फूल गिर जाते हैचश्मा पहन के आया करेआप क्युकी गमले टूट जाते हैअर्ज किया है …. फ़लक से तोड़कर देखो सितारे लोग लाये हैं मगर मैं वो नहीं लाया जो सारे लोग लाये हैं
अर्ज़ किया है:
देना है ये दिल दान में
देना है ये दिल दान में
कोई है क्या मस्त आइटम आपके ध्यान में
मेरे प्यार को बेवफाई का इनाम दे गई,
मेरे दिल को अपनी यादों का पैगाम दे गई,
मैंने कहा मेरे दिल में दर्द है तेरे बिना,
तो वो जाते-जाते “झंडूबाम” दे गई।Shayari starting with arz kiya hai
अर्ज किया है
मैं पीकर नहीं बहकता बहकता हूँ तो उसे देखकर
अब बताओ ज़रा कि शराब हराम है या वो
अर्ज किया है… हमको मिटा सके यह जमाने में दम नहीं, हमसे जमाना खुद है ज़माने से हम नहीं !
अर्ज किया है…
मैं नहीं लिखता जमाने के लिए
मैं शायरी लिखता हूं सिर्फ तेरी एक लाइक पाने के लिए
अर्ज किया है… बस गए तेरे जलवे जब से इन निगाहों में रौशनी ही मिलती है ज़िन्दगी की राहों में
अर्ज किया है… सब नगमे साज़ पे गए नहीं जाते सब लोग महफ़िल में बुलाये नहीं जाते कुछ पास रहकर भी याद नहीं आते कुछ दूर रहकर भी भुलाए नहीं जाते
अर्ज किया हैतुमसे ‘मिलने’ के बाद भी हाल मेरा वही रहातू चला गया पल भर में छोड़कर करीब मेरे नही रहा
अर्ज़ किया है, यारों ! कि फूल है गुलाब का,
नशा है शराब का,
हमारा तो कट गया
अब कटेगा आपका।
अर्ज़ किया है…
कपड़े सिलवाने हो तो ढूंढ लो दर्जी,
कपड़े सिलवाने हो तो ढूंढ लो दर्जी,
नंगे मुंगे घुमना हो तो आपकी मर्जी!
अर्ज़ किया है…
ज़ोर से चली हवा उड़ गए हम,
ज़ोर से चली हवा उड़ गए हम,
जब रुक गई हवा गिर गए हम।Positivity inspirational shayari
Arz liya hai Pakistan shayari
अर्ज़ किया है…
उम्मीद के सहारे जिया नहीं करते
गम के प्यालो को पिया नहीं करते
कुछ ऐसे दोस्त में मेरे जिनको
परेशान ना करू तो हमें याद भी नहीं करते
अर्ज़ किया है… आपकी सूरत मेरे दिल में ऐसे बस गई है !!
जैसे छोटे से दरबाजे में भैंस फस गई है !!
अर्ज किया हे कीमीठा आम कभी कच्चा नहीं होताकी अर्ज किया हे कीमीठा आम कभी कच्चा नहीं होताऔर ये बाबू सोना वाला प्यार कभीसच्चा नहीं होताअर्ज किया है,
जब कभी धोखा मिल जाता है प्यार में,
जिंदगी में एक उदासी छा जाती है, सोचते हैं छोड़ देंगे इस ज़ालिम दुनिया को, पर तब तक दूसरी पसंद आ जाती है।अर्ज किया है… हमारे बाद भी महफ़िल में अफ़साने बयाँ होंगे बहारें हमको ढूंढेगी ना जाने हम कहाँ होंगे
अर्ज किया है, सितारो मे आप, हवाओ मे आप,
फ़िज़ाओ मे आप, बहारो मे आप,
धूप मे आप, छावो मे आप,
सच ही सुना है की बुरी आत्माओ
का कोई ठिकाना नही होता
अर्ज किया है
दिल पर वार उनकी अन्खियाँ करती हैं
घायल फिर भी दिल को उनकी सखियां करती है
अर्ज़ किया है…!
ताजमहल क्या चीज है,
..वाह वाह…!
इस-से अच्छी इमारत बनूंगा,
मुमताज तो मार-कर दफान हुई थी,
तुझे तो मैं जिंदा दफनूंगा…!
अर्ज किया है..
दर्द ही सही पर मेरी दोस्ती का इनाम तो आया,
खाली ही सही पर हाथ मैं जाम तो आया,
मैं हूं बेवफा सबको बताता हूं,
ऐसे ही सही पर उसके लबों पे नाम तो आया।
अर्ज किया है.. जब जब नींद आती हे तो ख्वाब आते है
जब जब ख्वाब आते हे तो ख्वाबो मे आप आते है
ओर जब आपके साथ आपके बाप नज़र आते है….
तो ना नींद आती हे ओर ना ख्वाब आते है.
अर्ज़ किया है… मेरी प्रेम कहानी का क्या अजीब एंडिंग था,
मेरी प्रेम कहानी का क्या अजीब एंडिंग था,
मैंने प्रोपोज़ किआ SMS से,
कमबख्त वह उसकी शादी तक पेंडिंग था।Inspirational saturday morning quotes
Arz kiya hai shayari image
अर्ज़ किया है…
गौर फरमाएगा..
जब देखा उन्हें तिरछी नज़र से,
वाह वाह…!
कसम खुदा की मदहोश हो गए हम,
पर जब पता चला नजर स्थायी तिरछी है,….!
अर्ज किया है… मुहब्बत करने वाले कम ना होंगे, तेरी महफ़िल में लेकिन हम ना होंगे
अर्ज किया हैखुशी कम अरमान ज्यादा हैअब धरती पे कम दिलों में शमशान ज्यादा हैअर्ज किया हैमैं पीकर नहीं बहकता बहकता हूँ तो उसे देखकरअब बताओ ज़रा कि ”शराब” हराम है या वोअर्ज किया है… महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गई हमने छुपाई लाख मगर उसी पर नज़र गई
अरज़ किया है, जरा गौर फरमाइएना ही ज़रुरत है सितारों की,ना ही ज़रुरत है फालतू यारों की,एक दोस्त चाहिए आपके जैसा,जो वाट लगा दे हज़ारों की।अरज़ किया है, हमे फिर सुहाना नज़ारा मिला है, क्योंकि जिंदगी में साथ तुम्हारा मिला है, अब जिंदगी में कोई ख्वाइश नही रही, क्योंकि हमे अब तुम्हारी बाहों का सहारा मिला है !
अरज़ किया है, सुन be छोरी मेरे पास Attitude है,
तेरे बाप का पैसा नहीं जो खत्म हो जाए |अर्ज किया है… बिखरा पड़ा है मेरे ही घर में तेरा वजूद बेकार महफ़िलों में तुझे ढूंढ़ता हूँ मैं
अर्ज़ किया है…. हम भी जानेमन तेरे लिए ताजमहल बनायेंगे, एक कप सुबह एक कप शाम को पिलायेंगे।
अर्ज किया हैमन को मार के बैठे हैमुह को उतार के बैठे हैंहमें जिस्म की भूख नहीं हैहम भुखे तेरे प्यार के बैठे हैं
Arz kiya hai tareef shayari
अर्ज किया है
पागल हो गए थे हम अकल खो गई थी हमारी
मोहबब्त करने लगे थे तुमसे जरूरत से ज्यादा फिकर हो गई थी तुम्हारीअर्ज किया है…. इश्क़ ने ग़ालिब हमें निकम्मा कर दिया !!
वार्ना हम भइया आदमी थे काम के !!Arj Kiya Hai…
Wo Tumhen DP Dikhaakar Gumraah Karegi,
Magar Tum Aadhaar Card Par Ade Rahana.अर्ज किया है आज पढ़ें अलग-अलग शायरों के वे शेर जिनमें दुनिया और दुनियादारी का जिक्र आता हैअर्ज करने में आपसे, हर्ज ही क्या हैआप तो खुद दूसरों के कसीदों में शुमार हैं,इकरार करना है आज सिर्फ एक दफ़ाकि आपकी हर अदा से हमें बेशुमार प्यार है।
अर्ज किया है, तुम आये तो लगा हर खुशी आ गई
यू लगा जैसे ज़िन्दगी आ गई
था जिस घड़ी का मुझे कब से इंतज़ार
अचानक वो मेरे करीब आ गई …………
अर्ज किया है.. जब से देखा है चाँद को तन्हा
तुम से भी कोई शिकायत ना रहीअर्ज किया है..
लंबी है मंजिल और दूर है किनारा
ऐ दोस्त क्यों नहीं आया आज एसएमएस तुम्हारा?
अगर दोस्ती की है तो निभाना होगा दोस्ताना
या भूल गए हो नंबर या नाम हमारा?अर्ज किया है.. ताजमहल किसी के लिए एक अजूबा है,
तो किसी के लिए प्यार का एहसास है,
हमारे तुम्हारे लिए तो बकवास है,
क्यूँ की की रोज़ बदलती हमारी मुम्ताज़ है।अर्ज किया है…
इश्क करो झूटा… न प्यार करो फ़र्ज़ी,
न इश्क करो झूटा… न प्यार करो फ़र्ज़ी,
आगे नही बताऊँगा मेरी शायरी मेरी मर्ज़ी।अर्ज किया है… कोई शर्त नहीं है…कोई शिकायत नहीं है तुमसे..!!
बस सीधी सी मुहब्बत है… दीदार की चाहत है तुमसे…!
New arz kiya hai funny shayari in hindi
अर्ज किया है ना शराब पीता हूं
ना ही किसी प्रकार का कोई नशा करता हूं
गम चाहे कितना भी ज्यादा क्यों ना हो
मैं हर वक्त हंसा करता हूंअर्ज किया है
दिल को आराम मिलेगा अगर तू मुझे रोज सुबह शाम मिलेगा
बस तेरी एक हाँ कहने की देर है बदले में तुम्हे मेरा नाम मिलेगाअर्ज किया है जरा गौर फरमाइए ना ही जरूरत है सितारों की ना ही जरूरत है फालतू यारो की एक दोस्त चाहिए आपके जैसा जो वाट लगा दे हजारों की.!!अर्ज किया हैमिलना था इत्तिफ़ाक़ बिछड़ना नसीब था,वो उतना दूर हो गया जितना क़रीब था.अर्ज किया है एक हथेली तेरी हो, एक हथेली मेरी हो..
दोनों मिलके अपने रब से प्यार की मांगे दुआ…
प्यार के इस खेल में दो दिलों के मेल में..
जीत हो तो दोनों की हो ..हार अकेली मेरी हो ..!!अर्ज किया है
मार दो हमें कोई परेशानी नहीं होगी
वर्ना हम चक्कर चलाएंगे ऐसा
हमारे बिना मुकम्मल तुम्हारे प्यार की कहानी नहीं होगी
अर्ज किया है, मेरी कब्र पे मत गुलाब लेके आना
ना ही हाथों में चिराग लेके आना
प्यासा हू मैं बरसो से राणा जी
बोतल Mountain Dew की और एक ग्लास लेके आना.अर्ज़ किया है…
चप्पल छोटी हो जाए तो पांव में नहीं आती,
चप्पल छोटी हो जाए तो पांव में नहीं आती,
और गर्लफ्रेंड मोती हो जाए तो बहनों में नहीं आती!अर्ज किया है… कोई तो बेवफाओं पर भी टैक्स लगा दो यारो…
हम आशिकों का भी थोड़ा मुनाफा बढ़ा दो यारो, किसी की तो चार हैं और किसी की एक भी नहीं इश्क को भी अब आधार कार्ड से लिंक करें दो यारोअर्ज किया है… अजब सी हालत है तेरे जाने के बाद,
मुझे भूख लगती नहीं खाना खाने के बाद,
मेरे पास दो ही समोसे थे जो मैंने खा लिए,
एक तेरे आने से पहले, एक तेरे जाने के बाद।
अर्ज किया है..
हम निभाएंगे दोस्ती मरते दम तक,
हम आएंगे तुमको खुशी से गम तक,
ऐ दोस्त कभी हमसे नाराज नहीं होना,
साथ रहूंगा आखिरी दम तक।Arz kiya hai shayari on friendship
अर्ज किया है.. मीठा सा सफर होता है यह जिंदगी का ! बस कड़वाहट तो किसी से ज्यादा, उम्मीदें रखने से होती है !!
अर्ज किया है… मेरी शराफत को तुम बुझ दिली का नाम मत दो,
क्यूंकि दबे ने जब तक घोड़ा, तब तक बन्दूक भी खिलौना ही होता है
अर्ज किया है..
इस से पहले के बेवफा हो जाए
किन ना अय दोस्त हम जुदा हो जाए?
तू भी हीरे से बन गया पत्थर
हम भी कल जाने किया से किया हो जाए
हम भी मजबूरियों का उजर करें
फिर कहें और मुबतला हो जाए
अब के गर तू मिलाय तो हम तुझसे
ऐसे लिप्तें तेरी कबा हो जाए
बंदगी हम ने छोड़ दी है “फ़राज़”
किया करें जब लोग खुदा हो जाए
अर्ज किया है… फिजाओं के बदलने का इंतज़ार मत कर,
आँधियों के रुकने का इंतज़ार मत कर,
पकड़ किसी को और फरार हो जा,
पापा की पसंद का इंतज़ार मत कर।
अर्ज किया है… आज कुछ शर्माए से लगते हो,
सर्दी के कारण कपकपए से लगते हो,
चेहरा आपका खिलखिलाये सा लगता है,
हफ्ते के बाद नहाए से लगते हो।
अर्ज किया है… किस-किस का नाम लें अपनी बरबादी मेँ !!
बहुत लोग आये थे दुआयेँ देने शादी मेँ !!अर्ज किया है.. ख्वाब टूटे है मगर हौंसले जिन्दा है,
हम तो वो है जिन्हें देख के मुश्किलें भी शर्मिंदा है |अर्ज किया है…हटा लो अपने चेहरे से ये जुल्फेऐ जाने तमन्ना…. खुदा कसम…अगली बार खाने में “बाल” आया तोसजनी से गजनी बना दूंगा।अर्ज़ किया है, यारों ! कि अपनी सूरत का कभी तो दीदार दे,
तड़प रहा हूं अब और ना इंतजार दे,
अपनी आवाज नही सुनानी तो मत सुना,
कम से कम एक मिस कॉल ही मार दे।अर्ज़ किया है, जब कोई ज़िन्दगी में बहुत ख़ास बन जाए,
उसके बारे में सोचना ही उसका एहसास बन जाए,
तो मांग लेना खुदा से उसे जिंदगी भर के लिए,
इस से पहले की उसकी माँ किसी और की सास बन जाए।अर्ज़ किया हैआज भी तेरे कदमो के निशान रहते हैं,क्योंकि हम इस रास्ते से,किसी को गुजरने नही देते हैं !अर्ज़ किया है, हम थोड़ी सी Style क्या मारे.. दुश्मनों की आँखे बड़ी हो गयी |
अभी तो _Entry मारी हैं. आगे-आगे Dekho होता हैं क्या |